मुंबई, 17 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली नगर निगम (MCD) में आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। पार्टी के 15 पार्षदों ने इस्तीफा देते हुए खुद को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अलग कर लिया है। साथ ही इन पार्षदों ने ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ नाम से एक नए राजनीतिक मंच के गठन का ऐलान किया है। इस तीसरे मोर्चे का नेतृत्व वरिष्ठ पार्षद मुकेश गोयल करेंगे। इस्तीफा देने वाले पार्षदों में हेमचंद गोयल, हिमानी जैन, रुनाक्षी शर्मा, उषा शर्मा, अशोक पांडेय, राखी यादव, साहिब कुमार, राजेश कुमार लाडी, मनीषा, सुमन अनिल राणा, देविंदर कुमार और दिनेश भारद्वाज शामिल हैं।
वहीं, एक प्रेस विज्ञप्ति में इन पार्षदों ने कहा कि वे सभी 2022 के निगम चुनाव में AAP के टिकट पर जीतकर आए थे, लेकिन इसके बावजूद पार्टी का शीर्ष नेतृत्व नगर निगम को ठीक से संचालित नहीं कर सका। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़े नेता पार्षदों के साथ समन्वय स्थापित नहीं कर पाए, जिससे संगठन में असंतोष फैल गया और पार्टी विपक्ष में पहुंच गई। उनका कहना है कि जनता से किए गए वादों को पूरा न कर पाने के चलते उन्होंने पार्टी से अलग होने का फैसला लिया है। दिल्ली में बीते महीने 25 अप्रैल को मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव हुए थे, जिसमें आम आदमी पार्टी ने हिस्सा नहीं लिया था। चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला हुआ था, जिसमें भाजपा उम्मीदवार राजा इकबाल सिंह ने 133 वोटों के साथ मेयर पद हासिल किया। भाजपा पार्षद जय भगवान यादव डिप्टी मेयर चुने गए। कुल 142 वोट पड़े, जिनमें से एक अवैध घोषित किया गया, और कांग्रेस को केवल आठ वोट मिले।
आपको बता दें, फिलहाल दिल्ली नगर निगम में कुल 238 पार्षद कार्यरत हैं, जबकि 12 सीटें खाली हैं। ये सीटें कुछ पार्षदों के विधानसभा और लोकसभा चुनाव जीतने की वजह से रिक्त हुई हैं। 2022 के निकाय चुनाव में AAP ने 134 वार्डों में जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा को 104 और कांग्रेस को नौ सीटें मिली थीं। लेकिन अब 15 पार्षदों के इस्तीफे के बाद AAP की संख्या घटकर 98 हो गई है। MCD में कुल 250 सीटें हैं और इसके मेयर चुनाव में 250 पार्षदों के अलावा दिल्ली के सात लोकसभा सांसद, तीन राज्यसभा सांसद और 14 विधायक भी वोट डालते हैं, जिससे कुल वोटों की संख्या 274 हो जाती है।