मुंबई, 22 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर चल रहा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील बैरसिया के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की शुरुआत फूलबाग स्थित मानस भवन में सभा से हुई, जहां वक्ताओं ने प्रतिमा स्थापना की आवश्यकता पर जोर दिया। सभा के बाद कार्यकर्ताओं ने रैली की शक्ल में कलेक्ट्रेट की ओर कूच करने का प्रयास किया, लेकिन प्रशासन ने केवल सभा की अनुमति दी थी। ऐसे में फूलबाग चौपाटी पर बैरिकेड लगाकर उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया गया। रैली को रोकने के लिए भारी पुलिस बल पहले से तैनात था, जिसने कार्यकर्ताओं को बैरिकेड पर चढ़ने से रोका। इस दौरान भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील बैरसिया ने एसडीएम अतुल सिंह को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम एक ज्ञापन सौंपा और सभी कार्यकर्ता शांतिपूर्वक वापस लौट गए।
डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा को लेकर विवाद तब और गहरा गया जब 19 मई को जबलपुर में चीफ जस्टिस के साथ दोनों पक्षों की बैठक में फिलहाल मूर्ति स्थापना का निर्णय टाल दिया गया। इसके बाद से मूर्ति लगाने के पक्षधर संगठनों ने आंदोलन की राह पकड़ ली है। भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील बैरसिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग मूर्ति स्थापना में बाधा बनेंगे, उन्हें ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। इसके साथ ही भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी सहित कई संगठनों ने मानस भवन से रैली निकालने की घोषणा की थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने फूलबाग से लेकर हाईकोर्ट और कलेक्ट्रेट तक भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। इसके साथ ही यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक दर्जन से अधिक मार्गों को डायवर्ट किया गया। फिलहाल प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसी भी हाल में रैली को सभा स्थल से आगे न बढ़ने दिया जाए।