मुंबई, 22 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारतीय सेना को अमेरिका से अत्याधुनिक अपाचे AH-64E गार्डियन अटैक हेलिकॉप्टरों की पहली खेप मिल गई है। सेना ने मंगलवार को इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि तीन हेलिकॉप्टर एंटोनोव ट्रांसपोर्ट विमान के जरिए गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंचे। इस सौदे के तहत कुल छह अपाचे हेलिकॉप्टर भारतीय सेना को मिलने हैं, जिनमें से पहली तीन की डिलीवरी हो चुकी है। इन हेलिकॉप्टरों को रेगिस्तानी इलाकों में ऑपरेशन के लिहाज से उपयुक्त बनाते हुए रेत जैसे रंग से रंगा गया है, ताकि वे दुश्मन की नजर से आसानी से छिप सकें। इन हेलिकॉप्टरों की तैनाती जोधपुर में की जाएगी, जो पाकिस्तान सीमा के नजदीक है। यह पहला मौका है जब भारतीय थल सेना को अपाचे जैसे एडवांस अटैक हेलिकॉप्टर मिले हैं। इससे पहले भारतीय वायुसेना को 2020 में अमेरिका ने 22 अपाचे हेलिकॉप्टर दिए थे, जो फिलहाल पाकिस्तान और चीन की सीमाओं पर सक्रिय रूप से तैनात हैं। सेना के मुताबिक, ये हेलिकॉप्टर भारतीय थल सेना की आक्रामक और ऑपरेशनल क्षमताओं को नई ऊंचाई देंगे। अपाचे को अक्सर 'हवाई टैंक' कहा जाता है। इसकी निर्माणकर्ता कंपनी बोइंग है और अब यह हेलिकॉप्टर भारत में विभिन्न मंजूरी प्रक्रियाओं से गुजरेंगे। इसके पहले इनके कई परीक्षण किए जाएंगे ताकि इन्हें पूरी तरह तैयार कर तैनात किया जा सके।
अपाचे AH-64E हेलिकॉप्टरों को मल्टी-रोल कॉम्बैट के लिए डिजाइन किया गया है। ये सभी मौसमों में लक्ष्य को सटीकता से पहचानने और हमला करने में सक्षम हैं। इनमें उन्नत संचार प्रणाली, आधुनिक नेविगेशन उपकरण, उच्च क्षमता वाले सेंसर और घातक हथियार प्रणाली लगी हुई हैं। इन हेलिकॉप्टरों में हाई क्वालिटी नाइट विजन सिस्टम भी है, जिससे यह रात के अंधेरे में भी दुश्मन को खोज सकता है और लक्ष्य साध सकता है। यह हेलिकॉप्टर एक मिनट में 128 लक्ष्यों पर निशाना साधने की क्षमता रखता है और 280 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। इन हेलिकॉप्टरों में 16 एंटी-टैंक AGM-114 हेलफायर मिसाइलें होती हैं, जो दुश्मन के टैंक, तोप और अन्य आर्मर्ड व्हीकल को पल भर में नष्ट कर सकती हैं। साथ ही इनमें स्ट्रिंगर मिसाइलें भी होती हैं जो आसमान से आने वाले खतरे को रोक सकती हैं। इनके अलावा हाइड्रा-70 अनगाइडेड मिसाइलें भी लगी होती हैं, जो जमीन पर स्थित लक्ष्यों को तबाह करने में सक्षम होती हैं। भारतीय सेना का कहना है कि अपाचे हेलिकॉप्टरों की यह तैनाती रक्षा तैयारियों को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे सेना को दुश्मन के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई में निर्णायक बढ़त मिलेगी।