मुंबई, 17 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जोधपुर पुलिस की साइक्लोनर टीम और एसओजी की संयुक्त कार्रवाई में शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती में फर्जी डिग्री बनवाने वाली गैंग के मुख्य सरगना बाबूलाल को गिरफ्तार किया गया है। जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार ने बताया कि बाबूलाल पुत्र नथाराम, जो बिलाड़ा जोधपुर का निवासी है और लूणी के सरकारी स्कूल में अंग्रेजी शिक्षक के रूप में कार्यरत था, उस पर 25,000 रुपये का इनाम भी घोषित था। आईजी विकास कुमार ने बताया कि बाबूलाल ने एक डॉक्टर का खुलासा होने के बाद खुद को बचाने के लिए लंबे समय तक छुपकर रखा था। इसके बाद वह असम के माता कामाख्या मंदिर में मनौतियां मांगने के बहाने वहां बार-बार जाता रहा। वह हर बार ₹100 की रसीद कटवाकर स्थानीय धर्मशाला में कई दिन ठहरता था। हाल ही में बाबूलाल ने शिलॉन्ग के एक विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री के कारोबार को फिर से शुरू किया। शिलॉन्ग से वापस आने के बाद वह गुवाहाटी और फिर माता कामाख्या के मंदिर पहुंचा।
पुलिस लगातार उसकी हरकतों पर नजर रखे हुए थी। राजस्थान लौटने के दौरान उसने गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर खतरे से बचने के लिए अपने टिकट की योजना बनाई। ट्रेन में बाबूलाल ने अपनी सीट पर दूसरे यात्री को बैठा दिया और खुद ऊपर की बर्थ पर चढ़ गया। पुलिस टीम को इसकी जानकारी मिली लेकिन वहां पाए गए व्यक्ति से पूछताछ के बाद मामला उलझ गया। इसके बाद टीम ने ट्रेन में पैंट्री स्टाफ का भेस बनाकर छानबीन की, लेकिन बाबूलाल का पता नहीं चला। दिल्ली पहुंचने से कुछ देर पहले बाबूलाल ने छाछ पीने का मन बनाया और इसी दौरान उसने अपनी टोपी उतारी, जिससे टीम को उसकी पहचान हो गई। आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने उसे दबोच लिया। गिरफ्तार होने पर बाबूलाल ने शुरुआत में विरोध किया लेकिन बाद में मामले की पूरी जानकारी दी। उसने एक बड़े व्यक्ति का नाम लेकर दबाव डालने की कोशिश भी की, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। रात के समय पुलिस टीम ने बाबूलाल को बस से जयपुर लाकर एसओजी के हवाले कर दिया। इस कार्रवाई में साइक्लोनर टीम के एसआईसी कन्हैयालाल, नेमाराम, एएशआई सचिन भारद्वाज, हेड कॉन्स्टेबल गजराज सिंह और कॉन्स्टेबल राकेश कुमार, शेखर चंद्र, राकेश तथा मनीष परमार शामिल थे। आईजी विकास कुमार ने बताया कि सभी अधिकारियों को जोधपुर रेंज कार्यालय में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया जाएगा।