मुंबई, 26 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने देश की सर्वोच्च अदालत में नए न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए तीन हाईकोर्ट जजों के नामों की सिफारिश की है। यह अनुशंसा वर्तमान मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई की अध्यक्षता में की गई है, जिन्होंने हाल ही में निवर्तमान सीजेआई डी. वाई. चंद्रचूड़ का स्थान लिया है। कॉलेजियम के इस फैसले से सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या बढ़ने की संभावना है, जिससे न्यायिक प्रणाली की दक्षता और गति को बल मिलेगा। कॉलेजियम ने जिन न्यायाधीशों के नाम सुझाए हैं, उनमें जस्टिस विजय बिश्नोई, जस्टिस एन. वी. अंजारिया और जस्टिस अतुल एस. चंदुरकर शामिल हैं। जस्टिस विजय बिश्नोई इस समय गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं, जबकि उनका मूल हाईकोर्ट राजस्थान है। उन्होंने 1989 में वकालत की शुरुआत की थी और राजस्थान हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में 2013 में नियुक्त हुए थे। बाद में वे स्थायी न्यायाधीश बने और फरवरी 2024 में गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली।
जस्टिस एन. वी. अंजारिया वर्तमान में कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश हैं। उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट में अगस्त 1988 में वरिष्ठ वकील एस. एन. शेलत के साथ वकालत शुरू की थी। अंजारिया संविधान, श्रम, सेवा और सिविल मामलों में विशेषज्ञ माने जाते हैं और वे कई सरकारी निकायों के स्थायी वकील भी रहे हैं। 2011 में उन्हें गुजरात हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश बनाया गया और 2013 में स्थायी रूप से नियुक्त हुए। उन्होंने फरवरी 2024 में कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला। वहीं, जस्टिस अतुल एस. चंदुरकर बॉम्बे हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश हैं। उन्होंने 1988 में वकालत की शुरुआत की थी और बाद में नागपुर में विभिन्न विधिक क्षेत्रों में काम करते हुए अनुभव प्राप्त किया। वे 2013 से बॉम्बे हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।