ताजा खबर
अयोध्या मेडिकल कॉलेज में लापरवाही से बुजुर्ग की मौत, परिजन ने सीएम से न्याय की मांग की   ||    अयोध्या में अवैध पटाई से जल संकट, स्थानीय लोगों ने जताई चिंता   ||    बलूच आर्मी ने किया पाकिस्तान के इस शहर पर कब्जा, जवानों को बनाया बंधक   ||    ट्रंप ने चीन को दिया एक और झटका, स्टील के आयात पर 25% से बढ़ाकर 50% किया टैरिफ   ||    काम आई थरूर की कूटनीति, कोलंबिया ने पाकिस्तान के समर्थन में दिया बयान लिया वापस   ||    ‘भारत-पाकिस्तान के बीच मैंने परमाणु आपदा टाली…’, सीजफायर पर ट्रंप ने फिर दिखाया बड़बोलापन   ||    ‘भारत पर हमले का 10 गुना ताकत से मिलेगा जवाब’, शिवसेना सांसद प्रियंका ने पाकिस्तान को दिया चैलेंज   ||    चीन को पीछे छोड़कर आगे निकला भारत, अमेरिका को iPhone एक्सपोर्ट करने के मामले में बना नंबर 1   ||    तुर्की एयरलाइंस के साथ लीज डील करो खत्म, सरकार ने इंडिगो को दिया अंतिम मौका   ||    आंधी-बारिश बरपाएंगी कहर! 70 किमी की स्पीड से चलेंगी हवाएं, कश्मीर से कन्याकुमारी तक बिगड़ेगा मौसम, I...   ||    ऑपरेशन सिंदूर में दिखाया था जलवा… कौन हैं नेहा भंडारी? जिन्हें आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने किया सम...   ||    Weather LIVE 31 May 2025: UP-Bihar में बारिश का अलर्ट, कैसा रहेगा दिल्ली में मौसम, जानिए लेटेस्ट अपड...   ||    LIVE आज की ताजा खबर, हिंदी न्यूज Aaj Ki Taaza Khabar, 31 मई 2025: अब्बास अंसारी की विधायकी पर सीजेएम...   ||    LIVE Covid-19 Cases In India: दिल्ली में कोरोना से हुई 60 साल की महिला की मौत, पूरे देश में बढ़ रहे ...   ||    Fact Check: मनोहरलाल धाकड़ मामले में फर्जी वीडियो और तस्वीरों को किया जा रहा वायरल   ||    31 मई का इतिहास: भारत और विश्व में घटित प्रमुख घटनाएं   ||    Chandra Gochar: जून माह के पहले दिन इन 3 राशियों को मिलेगी गुड न्यूज, चंद्र करेंगे सिंह राशि में गोच...   ||    क्रिकेट में रोमांच बढ़ाने के लिए ICC ने बनाए नए नियम, अगले महीने से होंगे लागू   ||    GT vs MI: रोहित या बुमराह नहीं, मुंबई की जीत का ‘साइलेंट हीरो’ निकला ये खिलाड़ी   ||    GT vs MI: बुमराह की कोच जयवर्धने से लड़ाई? वायरल तस्वीरों ने सनसनी मचाई   ||    +++ 
अयोध्या मेडिकल कॉलेज में लापरवाही से बुजुर्ग की मौत, परिजन ने सीएम से न्याय की मांग की   ||    अयोध्या में अवैध पटाई से जल संकट, स्थानीय लोगों ने जताई चिंता   ||    बलूच आर्मी ने किया पाकिस्तान के इस शहर पर कब्जा, जवानों को बनाया बंधक   ||    ट्रंप ने चीन को दिया एक और झटका, स्टील के आयात पर 25% से बढ़ाकर 50% किया टैरिफ   ||    काम आई थरूर की कूटनीति, कोलंबिया ने पाकिस्तान के समर्थन में दिया बयान लिया वापस   ||    ‘भारत-पाकिस्तान के बीच मैंने परमाणु आपदा टाली…’, सीजफायर पर ट्रंप ने फिर दिखाया बड़बोलापन   ||    ‘भारत पर हमले का 10 गुना ताकत से मिलेगा जवाब’, शिवसेना सांसद प्रियंका ने पाकिस्तान को दिया चैलेंज   ||    चीन को पीछे छोड़कर आगे निकला भारत, अमेरिका को iPhone एक्सपोर्ट करने के मामले में बना नंबर 1   ||    तुर्की एयरलाइंस के साथ लीज डील करो खत्म, सरकार ने इंडिगो को दिया अंतिम मौका   ||    आंधी-बारिश बरपाएंगी कहर! 70 किमी की स्पीड से चलेंगी हवाएं, कश्मीर से कन्याकुमारी तक बिगड़ेगा मौसम, I...   ||    ऑपरेशन सिंदूर में दिखाया था जलवा… कौन हैं नेहा भंडारी? जिन्हें आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने किया सम...   ||    Weather LIVE 31 May 2025: UP-Bihar में बारिश का अलर्ट, कैसा रहेगा दिल्ली में मौसम, जानिए लेटेस्ट अपड...   ||    LIVE आज की ताजा खबर, हिंदी न्यूज Aaj Ki Taaza Khabar, 31 मई 2025: अब्बास अंसारी की विधायकी पर सीजेएम...   ||    LIVE Covid-19 Cases In India: दिल्ली में कोरोना से हुई 60 साल की महिला की मौत, पूरे देश में बढ़ रहे ...   ||    Fact Check: मनोहरलाल धाकड़ मामले में फर्जी वीडियो और तस्वीरों को किया जा रहा वायरल   ||    31 मई का इतिहास: भारत और विश्व में घटित प्रमुख घटनाएं   ||    Chandra Gochar: जून माह के पहले दिन इन 3 राशियों को मिलेगी गुड न्यूज, चंद्र करेंगे सिंह राशि में गोच...   ||    क्रिकेट में रोमांच बढ़ाने के लिए ICC ने बनाए नए नियम, अगले महीने से होंगे लागू   ||    GT vs MI: रोहित या बुमराह नहीं, मुंबई की जीत का ‘साइलेंट हीरो’ निकला ये खिलाड़ी   ||    GT vs MI: बुमराह की कोच जयवर्धने से लड़ाई? वायरल तस्वीरों ने सनसनी मचाई   ||    +++ 

बच्चों की जान बचाने के लिए भीषण आग से खेल गए भारतीय प्रवासी, सिंगापुर की सरकार ने किया सम्मानित

Photo Source :

Posted On:Saturday, April 12, 2025

सिंगापुर में एक सरकारी इमारत में लगी भीषण आग में फंसे बच्चों की जान बचाने के लिए भारतीय प्रवासियों ने अपनी जान को जोखिम में डालते हुए साहसिक कार्य किया। इन प्रवासी श्रमिकों ने बिना समय गंवाए आग से घिरे बच्चों को बचाया और इस प्रकार उन्होंने एक अद्वितीय वीरता का परिचय दिया। खास बात यह रही कि उन बच्चों में आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण का आठ वर्षीय पुत्र मार्क शंकर पवनोविच भी शामिल था, जिसे भारतीय श्रमिकों ने सुरक्षित बाहर निकाला। यह घटना 8 अप्रैल 2024 की है, और अब सिंगापुर सरकार ने इन वीर प्रवासी भारतीयों को उनके साहसिक कार्य के लिए सम्मानित किया है।

घटना का विवरण

आग के समय, इमारत में 16 बच्चे और 6 वयस्क फंसे हुए थे। सिंगापुर में रिवर वैली रोड पर स्थित इस इमारत में अचानक आग लग गई थी, जिससे वहां घना धुआं फैल गया था। इस स्थिति में भारतीय प्रवासियों ने बड़ी सूझबूझ और बहादुरी से बच्चों को निकालने का कार्य शुरू किया। फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले ही इन्होंने बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। इनमें से कुछ बच्चों के चेहरों पर कालिख के निशान थे और वे सांस लेने में भी परेशानी महसूस कर रहे थे।

इन भारतीयों को मिला सम्मान

सिंगापुर सरकार के मानव शक्ति मंत्रालय ने इंद्रजीत सिंह, सुब्रमण्यम सरनराज, नागराजन अनबरसन और शिवसामी विजयराज को उनके साहसिक कार्य के लिए ‘फ्रेंड्स ऑफ एसीई’ सिक्के प्रदान किए। मंत्रालय ने कहा कि इन श्रमिकों की सूझबूझ और बहादुरी ने बहुत कुछ बदल दिया और इसने हमें समुदाय की ताकत को याद दिलाया। इन श्रमिकों ने बिना किसी सुरक्षा उपकरण के और बिना इमारत के भीतर के बारे में कोई जानकारी होने के बावजूद, स्केफोल्ड और सीढ़ी का इस्तेमाल करते हुए बच्चों तक पहुंचने का साहसिक कदम उठाया।

बच्चों की जान बचाने की प्रक्रिया

इन प्रवासी श्रमिकों ने इमारत में घुसने के लिए अपने कार्यस्थल से स्केफोल्ड उठाया और इससे इमारत की खिड़कियों तक पहुंचने में मदद मिली। सुब्रमण्यम सरनराज और उनके सहकर्मियों ने देखा कि बच्चों के चेहरों पर कालिख के निशान थे और वे मदद के लिए चिल्ला रहे थे। बिना समय गंवाए, उन्होंने बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। इस घटना में कम से कम 10 बच्चों को बचाया गया था।

घटना के बाद की स्थिति

हालांकि, एक 10 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई लड़की की बाद में अस्पताल में मौत हो गई, लेकिन अधिकांश बच्चों की जान भारतीय प्रवासियों के साहस के कारण बच गई। यह घटना न केवल सिंगापुर बल्कि पूरे विश्व में भारतीय प्रवासियों की वीरता का प्रतीक बन गई है। सिंगापुर सरकार ने उनके अद्वितीय कार्य के लिए उन्हें सम्मानित किया और उनका आभार व्यक्त किया।

इस घटना ने यह भी साबित किया कि संकट के समय मानवता और साहस की कोई सीमाएं नहीं होतीं। इन भारतीय श्रमिकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना बच्चों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इस साहसिक कार्य के कारण उनका नाम इतिहास में लिखा जाएगा।


अयोध्या और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ayodhyavocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.