मुंबई, 08 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कोलंबिया की राजधानी बोगोटा में शनिवार शाम राष्ट्रपति चुनाव के संभावित उम्मीदवार और सीनेटर मिगुएल उरीबे टुर्फे को चुनावी रैली के दौरान गोली मार दी गई। सीनेटर 39 वर्षीय उरीबे को रैली के दौरान पीठ में तीन गोलियां लगीं, जिनमें से दो सिर में लगी हैं, और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना बोगोटा के फोंटिबोन इलाके के एल गॉल्फिटो पार्क में हुई, जबकि वे ‘डेमोक्रेटिक सेंटर’ पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे। उनकी प्राथमिक सर्जरी सफलता पूर्वक पूरी हो चुकी है और उन्हें संता फे फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के अनुसार वे अब ‘नाजुक दौर’ में हैं और अगले कुछ घंटे उनकी स्वास्थ्य यात्रा के लिहाज से कीलें मायने रखते हैं। बोगोटा के मेयर कार्लोस गलान ने बताया कि पूरे शहर के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।
पुलिस ने मौके पर ही एक 15 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके पास एक 9 mm Glock जैसे हथियार था। प्रारंभिक जांच में इस हमले के पीछे और कोई सहयोगी हो सकते हैं, इसकी भी पड़ताल की जा रही है। सरकार ने इस हत्या प्रयास को लोकतंत्र पर हमला बताया है और रक्षा मंत्री ने £730,000 (लगभग 3 बिलियन कोलोमबियाँ पेसोस) का इनाम घोषित किया है। राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने इस हमले की निंदा करते हुए अपनी फ्रांस यात्रा रद्द कर दी है। संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य अंतरराष्ट्रीय नेता जैसे कि अमेरिकी विदेश मंत्री मारको रुबियो, चिली के राष्ट्रपति गैब्रियल बोरिक, और कई अन्य ने इस घटना की निंदा की है और कोलंबिया की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा का आह्वान किया है ।
यह हमला कोलंबिया में राजनीतिक हिंसा की पुरानी घटनाओं जैसे कि 1989 में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार लुइस कार्लोस गालन की हत्या की याद दिलाता है, जिसे देश ने दशकों से अपने इतिहास में एक महत्वपूर्ण दुखद घटना के रूप में संजोकर रखा है। उरीबे टुर्फे का राजनीतिक सफर समृद्ध रहा है। वे 2022 में सीनेट सदस्य चुने गए, ‘डेमोक्रेटिक सेंटर’ पार्टी के प्रमुख उम्मीदवार हैं, जिनके परिवार को पूर्व राष्ट्रपति जु्लियो सेसर टुर्बे आयाला और पत्रकार मां डायना टुर्बे के रूप में जाना जाता है। उनकी मां को 1991 में ड्रग माफिया ने किडनैप कर हत्या कर दी थी, और यही घटना उनके सार्वजनिक जीवन को हिंसा से लड़ने के संकल्प के साथ जोड़े रखी है । कोलंबिया में 2026 में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं और इस हमले ने देश में बढ़ते राजनीतिक तनाव को दर्शाया है। यह घटना शांति और लोकतंत्र के लिए एक गंभीर चेतावनी के रूप में सामने आई है।