मुंबई, 13 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान के फॉरेन ऑफिस ने पीएम मोदी के आदमपुर एयरबेस पर दिए भाषण पर आपत्ति जताते हुए कहा, मोदी की बातों में गलत जानकारी, राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश और अंतरराष्ट्रीय नियमों की अनदेखी साफ दिखती है। भारतीय पीएम के बयान बताते हैं कि उन्होंने अपने हमलों को सही ठहराने के लिए झूठी कहानियां गढ़ी हैं। पाकिस्तान संघर्ष विराम के समझौते का पालन कर रहा है और तनाव कम करने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है। समा न्यूज के मुताबिक PFO के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि पीएम मोदी के भड़काऊ भाषण पहले से ही तनावपूर्ण माहौल को और ज्यादा अस्थिर बना सकते हैं। दरअसल, पीएम मोदी ने मंगलवार को आदमपुर एयरबेस पर एयरफोर्स के जवानों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत में निर्दोष लोगों का खून बहाने का एक ही अंजाम होगा, विनाश और महाविनाश। जिस पाकिस्तानी सेना के भरोसे ये आतंकी बैठे थे, भारत की सेना, एयरफोर्स और नेवी ने उस पाकिस्तानी सेना को भी धूल चटा दी है। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान में ऐसा कोई ठिकाना नहीं है, जहां बैठकर आतंकवादी चैन की सांस ले सकें। हम घर में घुसकर मारेंगे और बचने का एक मौका तक नहीं देंगे। हमारे ड्रोन्स, मिसाइलों के बारे में सोचकर पाकिस्तान को कई दिन तक नींद नहीं आएगी।
तो वहीं, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा है कि भारत के हमले ने पाकिस्तानी लोगों को एकजुट किया है। पाकिस्तानी सेना किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए हमेशा तैयार हैं। अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता पर हर हमले का वे करारा जवाब देंगे। इस बीच पाकिस्तानी सेना ने पहली बार माना कि भारत के हमलों में उनके 11 सैनिकों की मौत हुई है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक 78 सैनिक भी घायल हुए हैं। साथ ही, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि केंद्र सरकार हाल के भारतीय हमलों में क्षतिग्रस्त हुए घरों और मस्जिदों का निर्माण कराएगी। डॉन न्यूज के मुताबिक उन्होंने कहा कि मारे गए सैनिकों के बच्चों की देखभाल करना सरकार की जिम्मेदारी है। इसके साथ ही भारत के साथ संघर्ष के दौरान मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों के परिवारों के लिए मरका-ए-हक नाम से राहत पैकेज की घोषणा की है। वहीं, डॉन न्यूज के मुताबिक मारे गए पाकिस्तानी सैनिक के परिवार को रैंकिंग के मुताबिक 1 करोड़ रुपए से लेकर 1.80 करोड़ पाकिस्तानी रुपए (30 लाख से 50 लाख भारतीय रुपए) दिए जाएंगे। मारे गए सैनिकों के बच्चों को ग्रेजुएशन तक फ्री एजुकेशन दी जाएगी और एक बेटी की शादी के लिए 10 लाख पाकिस्तानी रुपए (3 लाख भारतीय रुपए) की मदद दी जाएगी।