मुंबई, 10 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका के न्यूजर्सी एयरपोर्ट पर एक भारतीय छात्र के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार के मामले में भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने प्रतिक्रिया दी है। मंगलवार को दिए गए बयान में दूतावास ने स्पष्ट किया कि अमेरिका में अवैध प्रवेश, वीजा के दुरुपयोग और किसी भी प्रकार के कानूनी उल्लंघन को स्वीकार नहीं किया जाएगा। दूतावास ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि अमेरिका वैध तरीके से आने वाले यात्रियों का स्वागत करता है, लेकिन अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह बयान उस वीडियो के सामने आने के बाद आया है जिसमें एक भारतीय छात्र को अमेरिका के न्यूअर्क एयरपोर्ट पर जमीन पर पटकते हुए और हथकड़ी लगाए जाने का दृश्य दिखा। यह वीडियो भारतीय मूल के अमेरिकी कारोबारी कुणाल जैन ने सोशल मीडिया पर साझा किया था। उन्होंने बताया कि छात्र हरियाणवी में कह रहा था कि वह पागल नहीं है लेकिन अधिकारी उसे मानसिक रोगी साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। छात्र को बाद में भारत डिपोर्ट कर दिया गया, हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि डिपोर्टेशन का कारण क्या था।
कुणाल जैन ने यह भी बताया कि ऐसे मामले हर दिन सामने आ रहे हैं, जहां छात्र वीजा लेकर पहुंचते हैं लेकिन उचित जवाब न दे पाने पर उन्हें वापस भेज दिया जाता है। उन्होंने दावा किया कि हर दिन तीन से चार ऐसे केस सामने आ रहे हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने भारत सरकार और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से इस विषय पर हस्तक्षेप करने की अपील की है।
इस घटना को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने आरोप लगाया कि विदेशों में भारतीय नागरिकों के साथ हो रहे अपमान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप हैं और सरकार अपने नागरिकों की गरिमा की रक्षा में विफल रही है। कांग्रेस ने मांग की है कि अमेरिकी प्रशासन से इस विषय पर कड़ा विरोध दर्ज कराया जाए।
उधर, न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा है कि वे स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं और भारतीय नागरिक की स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। दूतावास ने आश्वासन दिया कि वह भारतीय नागरिकों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब अमेरिका में विदेशी छात्रों के खिलाफ कड़ी नीतियां अपनाई जा रही हैं। हाल ही में अमेरिकी सरकार ने स्टूडेंट वीजा के इंटरव्यू को लेकर पाबंदियां लगाई हैं और कहा गया है कि जब तक नए दिशानिर्देश नहीं आते, तब तक किसी भी नए स्टूडेंट या एक्सचेंज वीजिटर वीजा के लिए इंटरव्यू शेड्यूल नहीं किया जाए। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इसे लेकर आदेश जारी किया था, जिसमें खासतौर पर यहूदी विरोध और वामपंथी गतिविधियों को रोकने की बात कही गई है।