23 जून का दिन विश्व इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं और बदलावों के लिए जाना जाता है। यह तारीख राजनीतिक, वैज्ञानिक, सामाजिक और सांस्कृतिक घटनाओं से भरपूर रही है। भारत और विश्व दोनों ही संदर्भों में 23 जून को कई ऐतिहासिक मोड़ आए, जिन्होंने समाज और राजनीति की दिशा बदल दी। आइए जानते हैं 23 जून के दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज कुछ खास घटनाओं के बारे में विस्तार से।
भारत में 23 जून का ऐतिहासिक महत्व
1. प्लासी की लड़ाई (1757)
23 जून 1757 को भारत के इतिहास की सबसे निर्णायक लड़ाइयों में से एक प्लासी की लड़ाई (Battle of Plassey) लड़ी गई थी। इस युद्ध में ईस्ट इंडिया कंपनी के रॉबर्ट क्लाइव ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को हराया था। यह युद्ध बंगाल के पलासी गांव में हुआ था और यह भारत में ब्रिटिश शासन की नींव रखने वाला युद्ध साबित हुआ। इस युद्ध में नवाब के सेनापति मीर जाफर ने गद्दारी की, जिससे अंग्रेजों को विजय मिली।
2. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मौत (1953)
भारतीय जनसंघ के संस्थापक और कश्मीर मुद्दे पर अपने कड़े रुख के लिए प्रसिद्ध डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 23 जून 1953 को रहस्यमयी परिस्थितियों में जेल में मृत्यु हो गई थी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अलग संविधान और झंडे का विरोध किया था और ‘एक देश, एक विधान, एक निशान’ का नारा दिया था। उनकी मृत्यु आज भी एक राजनीतिक रहस्य बनी हुई है।
3. सती प्रथा समाप्ति की दिशा में प्रयास
ब्रिटिश भारत में 23 जून 1829 को लॉर्ड विलियम बेंटिक ने सती प्रथा पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में कदम उठाया था, हालांकि इसका आधिकारिक कानून बाद में आया। यह तारीख भारतीय समाज सुधार आंदोलन में मील का पत्थर मानी जाती है।
विश्व इतिहास में 23 जून की बड़ी घटनाएं
. संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा दिवस
संयुक्त राष्ट्र ने 23 जून को "Public Service Day" यानी लोक सेवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य पूरी दुनिया में सार्वजनिक सेवा के महत्व को रेखांकित करना और इसमें उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित करना है।
2. 1961 – एंटार्टिका संधि लागू हुई
23 जून 1961 को एंटार्टिका संधि (Antarctic Treaty) औपचारिक रूप से लागू हुई। इस संधि के तहत एंटार्टिका को केवल शांतिपूर्ण और वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए प्रयोग में लाया जाना तय किया गया था।
3. ओलंपिक आंदोलन का जन्म (1894)
23 जून 1894 को पियरे डी कूबार्टिन ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) की स्थापना की थी, जिससे आधुनिक ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई। आज के दिन को ओलंपिक दिवस (Olympic Day) के रूप में भी मनाया जाता है।
23 जून को जन्मे प्रमुख व्यक्ति
आलन ट्यूरिंग (1912)
ब्रिटिश गणितज्ञ, कंप्यूटर वैज्ञानिक और युद्धकालीन कोड ब्रेकर आलन ट्यूरिंग का जन्म 23 जून 1912 को हुआ था। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी की “Enigma” मशीन का कोड तोड़कर युद्ध की दिशा बदल दी थी। उन्हें आधुनिक कंप्यूटर विज्ञान का जनक माना जाता है।
जगजीवन राम (1908)
भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक जगजीवन राम का जन्म 23 जून 1908 को हुआ था। उन्होंने दलितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी और भारत सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार संभाला। वे भारत के पहले दलित उपप्रधानमंत्री भी बने।
जुलियन असांज (1971)
विकिलीक्स के संस्थापक जुलियन असांज का जन्म 23 जून 1971 को ऑस्ट्रेलिया में हुआ था। उन्होंने दुनियाभर की सरकारों की गोपनीय फाइलें सार्वजनिक कर कई बड़े राज खोले, जिससे उन्हें वैश्विक पहचान मिली।
23 जून को हुईं प्रमुख मौतें
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (1953)
जैसा कि ऊपर बताया गया, श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु जम्मू-कश्मीर में हिरासत के दौरान हुई थी। उनकी मृत्यु को आज भी राजनीतिक हत्या माना जाता है।
आनंद बक्शी (2002)
हिंदी फिल्म जगत के प्रसिद्ध गीतकार आनंद बक्शी का निधन 23 जून 2002 को हुआ। उन्होंने 600 से अधिक फिल्मों में 4000 से ज्यादा गीत लिखे। उनके लिखे गीत आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।
निष्कर्ष
23 जून सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि इतिहास की कई क्रांतिकारी घटनाओं का गवाह है। चाहे वो भारत में अंग्रेजों की सत्ता की शुरुआत हो या विश्व में ओलंपिक आंदोलन का जन्म, यह दिन हर दृष्टि से अहम रहा है। इस दिन जन्मे महान व्यक्ति और हुई घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि इतिहास सिर्फ किताबों में नहीं, हमारे वर्तमान की नींव में भी बसा है।