अयोध्या न्यूज डेस्क: जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। सीएम हाउस में आयोजित भव्य जन्माष्टमी महोत्सव में उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हमें हमेशा प्रेरित करता है। उन्होंने भावपूर्ण शब्दों में कहा कि जैसे अयोध्या में भगवान राम सरयू किनारे मुस्करा रहे हैं, वैसे ही मथुरा का कन्हैया भी आनंद से मुस्कुराएगा। इस दौरान सीएम यादव ने प्रदेश में “श्रीकृष्ण पाथेय” बनाने की घोषणा की, जिसके जरिए कृष्ण से जुड़े आस्था स्थलों का विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पूरे प्रदेश में जन्माष्टमी पर तीन हजार से ज्यादा देव स्थलों पर पूजन हो रहा है और 162 स्थानों पर सांस्कृतिक आयोजन किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो श्रद्धालु पूजा-अर्चना की तस्वीरें भेजेंगे, उन्हें सरकार इनाम देगी। ग्रामीण संस्कृति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गांव की परंपराओं को भगवान ने माथे पर लगाया है। जैसे श्रीकृष्ण ने गाय को अपने साथ रखा, वैसे ही सरकार भी गौपालन को बढ़ावा दे रही है। शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्होंने कृष्ण से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की बात कही।
डॉ. यादव ने भगवान कृष्ण के जीवन प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने कठिन हालात में भी मुस्कुराना सिखाया। कालिया नाग पर विजय और कंस का वध उनके साहस और धर्म की रक्षा का प्रतीक है। उन्होंने महाभारत में कर्मवाद का संदेश दिया और सिखाया कि किसी भी कठिन परिस्थिति में धर्म और कर्म के मार्ग पर अडिग रहना चाहिए। सीएम ने कहा कि श्रीकृष्ण केवल भगवान ही नहीं, बल्कि ललित कलाओं के जनक भी थे, जिन्होंने कला, संस्कृति और जीवन जीने की राह दिखाई।
सीएम हाउस में आयोजित इस महोत्सव में भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला। यहां झांकियां, भजन और माखन-चोरी जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने माहौल को कृष्णमय कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीकृष्ण हम सबके लिए सदैव पूजनीय रहेंगे और उनका जीवन हर युग में समाज को दिशा देता रहेगा।