अयोध्या न्यूज़ डेस्क: उत्तर प्रदेश के अयोध्या और सुल्तानपुर में अवैध तरीके से धर्म बदलने का मामला सामने आया है। अंधविश्वास और लालच के आरोप में अयोध्या पुलिस ने रविवार को आठ लोगों को हिरासत में लिया। सूचना मिली थी कि पूराकलंदर में ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी, जिसमें लोगों को भ्रमित किया जा रहा था। अयोध्या के सीओ, आशुतोष तिवारी ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ जारी है। दूसरी ओर, सुल्तानपुर के महुवरिया में भी अवैध धर्मांतरण की शिकायत मिली है, जहां दीपा मौर्या के घर पर साल्विन और उसकी पत्नी सैनी साल्विन ने ईसाई धर्म के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
पूराकलंदर थाना क्षेत्र के सिड़हिर नरसिंहपुर गांव के मजरे मझौलिया में धर्मांतरण का मामला सामने आया है, जहां ईसाई मिशनरी की प्रार्थना सभा की आड़ में यह गतिविधि चल रही थी। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है और मौके से धार्मिक पुस्तकें, पूजा सामग्री आदि बरामद की गई हैं। रविवार को पूराकलंदर पुलिस को सूचना मिली थी कि मझौलिया में हिंदू समाज के लोगों को प्रार्थना सभा के बहाने धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है।
पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि मझौलिया में धर्म परिवर्तन का यह खेल एक लंबे समय से जारी था। सूचना मिलते ही पूराकलंदर थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। अयोध्या के सीओ आशुतोष तिवारी भी वहां पहुंचे और कार्रवाई की निगरानी रखी।
प्रार्थना सभा में धर्म परिवर्तन के आरोप लगते ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस ने महिला और पुरुष समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया, उनके पास से कुछ धार्मिक किताबें और पूजा सामग्री भी मिली।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सभा में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे, लेकिन पुलिस के पहुंचते ही सभी भाग गए। कुछ लोग पास के घरों में छिप गए। ग्रामीणों के अनुसार, रविवार को प्रार्थना सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन की बातें की जाती थीं।
स्थानीय ग्रामीणों ने जानकारी दी कि प्रार्थना सभा में सैकड़ों महिलाएं और पुरुष शामिल हुए थे। जैसे ही पुलिस पहुंची, सभी लोग भागने लगे और कुछ लोग आसपास के घरों में छिप गए। ग्रामीणों के अनुसार, रविवार को अक्सर प्रार्थना सभा के दौरान दूसरे धर्म में जाने की बातें की जाती थीं।