अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में खाद वितरण के मामले में हालात गंभीर हो गए हैं। किसान सुबह 6 बजे से शाम 6-7 बजे तक लाइन में खड़े रहते हैं और कई गोदामों पर पुलिस की मौजूदगी में ही वितरण हो रहा है। कामाख्या, बघेड़ी मवई, कुशहरी, रोजा समेत कई गांवों के किसान परेशान हैं। कुरावन में तो यूरिया खाद को लेकर मारपीट की भी घटना सामने आई। वीडियो में दिख रहा है कि लाइन में खड़े महिला और पुरुषों के बीच एक पुलिसकर्मी लाठियां बांध रहा है, जिससे एक बुजुर्ग गिरते हुए नजर आए।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है ताकि खाद का वितरण सुचारू रूप से किया जा सके। किसान आरोप लगा रहे हैं कि गोदाम प्रभारी रात में अपने पसंदीदा लोगों को पहले से खाद दे देते हैं। 266 रुपये प्रति बोरी की यूरिया खाद 267 से 300 रुपये में बेची जा रही है, जबकि प्राइवेट दुकानों में किसानों को 500 से 600 रुपये प्रति बोरी खर्च करना पड़ रहा है।
सरकारी केंद्रों पर सचिव अक्सर अनुपस्थित रहते हैं और दिन में केवल एक-दो घंटे ही उपलब्ध रहते हैं। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि बड़ी मात्रा में आने वाली खाद कहां जाती है और इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। भीड़ को देखकर अब महिलाएं भी खाद लेने पहुंच रही हैं, ताकि शायद उन्हें जल्दी सामग्री मिल सके। प्रशासन ने व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा कड़े कर दी है।
जिला कृषि अधिकारी अयोध्या ओ.पी. मिश्रा ने कहा कि सभी गोदामों में खाद उपलब्ध है और किसानों को वितरित की जा रही है। गोदामों पर भीड़ बायोमेट्रिक मशीन की वजह से लग रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सभी किसानों को खाद मिल जाएगी और किसी को परेशानी नहीं होगी।