ताजा खबर
संपत्ति विवाद में रिटायर्ड अमीन की हत्या का खुलासा, बहू ने बेटे और दोस्तों से करवाई वारदात   ||    अमिताभ बच्चन का अयोध्या में बड़ा निवेश, 40 करोड़ में खरीदी 25,000 वर्गफुट ज़मीन   ||    ट्रंप के दो बड़े फैसले, पोस्ट सेंसर करने वाले विदेशी अफसर होंगे बैन, चीनी छात्रों के वीजा पर रोक   ||    कौन है मोहम्मद सिनवार? जिसकी मौत का दावा कर रहे इजरायली PM बेंजामिन नेतन्याहू   ||    ट्रंप के दो बड़े फैसले, पोस्ट सेंसर करने वाले विदेशी अफसर होंगे बैन, चीनी छात्रों के वीजा पर रोक   ||    लिबरेशन डे टैरिफ पर ट्रंप को झटका, अमेरिकी कोर्ट ने US प्रेसीडेंट के फैसले पर लगाई रोक   ||    ‘आतंकियों का मकसद भारत में हिंदू-मुस्लिम दंगे कराना’, ओवैसी ने रियाद में पाकिस्तान को घेरा   ||    टैरिफ रुका तो भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर पड़ेगा असर? ट्रंप की टीम का दावा   ||    अमेरिकी सरकार से अलग हुए एलन मस्क, एक्स पर पोस्ट कर ट्रंप को बोला ‘थैंक्स’   ||    विशाखापत्तनम में योग का महासंगम, 2.5 लाख लोगों के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी   ||    ‘आतंकियों का मकसद भारत में हिंदू-मुस्लिम दंगे कराना’, ओवैसी ने रियाद में पाकिस्तान को घेरा   ||    ‘क्या विदेश में पीएम के खिलाफ बोले भारतीय सांसद…’, शशि थरूर के बचाव में उतरे मंत्री किरेन रिजिजू   ||    Indian Passport में होने वाले हैं 5 बड़े बदलाव, 2030 तक केंद्रों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य   ||    Shri Amarnathji Yatra App: यात्रा के दौरान देगा पल-पल के अपडेट, रूट, खाना और होटल की एक क्लिक में मि...   ||    Covid Alert LIVE: देश में कोरोना से 7 की मौत, कितने एक्टिव केस, यूपी-बिहार में भी बढ़े मामले   ||    Fact Check: भाजपा की टोपी और स्कार्फ पहने ज्योति मल्होत्रा की AI जेनरेडेट तस्वीर वायरल, यहां जानें स...   ||    इतिहास में 29 मई: जानिए इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाएं   ||    Chandra Uday: 3 दिन तक अस्त रहने के बाद चंद्र हुए उदय, इन 3 राशियों के जीवन में फिर लौटेंगी खुशियां   ||    PBKS vs RCB: क्वालीफायर 1 में आरसीबी की संभावित Playing 11, 2 मैच विनर की वापसी तय   ||    PBKS vs RCB: क्वालीफायर 1 में बदल जाएगा आरसीबी का कप्तान? जानें पूरा मामला   ||    +++ 
संपत्ति विवाद में रिटायर्ड अमीन की हत्या का खुलासा, बहू ने बेटे और दोस्तों से करवाई वारदात   ||    अमिताभ बच्चन का अयोध्या में बड़ा निवेश, 40 करोड़ में खरीदी 25,000 वर्गफुट ज़मीन   ||    ट्रंप के दो बड़े फैसले, पोस्ट सेंसर करने वाले विदेशी अफसर होंगे बैन, चीनी छात्रों के वीजा पर रोक   ||    कौन है मोहम्मद सिनवार? जिसकी मौत का दावा कर रहे इजरायली PM बेंजामिन नेतन्याहू   ||    ट्रंप के दो बड़े फैसले, पोस्ट सेंसर करने वाले विदेशी अफसर होंगे बैन, चीनी छात्रों के वीजा पर रोक   ||    लिबरेशन डे टैरिफ पर ट्रंप को झटका, अमेरिकी कोर्ट ने US प्रेसीडेंट के फैसले पर लगाई रोक   ||    ‘आतंकियों का मकसद भारत में हिंदू-मुस्लिम दंगे कराना’, ओवैसी ने रियाद में पाकिस्तान को घेरा   ||    टैरिफ रुका तो भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर पड़ेगा असर? ट्रंप की टीम का दावा   ||    अमेरिकी सरकार से अलग हुए एलन मस्क, एक्स पर पोस्ट कर ट्रंप को बोला ‘थैंक्स’   ||    विशाखापत्तनम में योग का महासंगम, 2.5 लाख लोगों के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी   ||    ‘आतंकियों का मकसद भारत में हिंदू-मुस्लिम दंगे कराना’, ओवैसी ने रियाद में पाकिस्तान को घेरा   ||    ‘क्या विदेश में पीएम के खिलाफ बोले भारतीय सांसद…’, शशि थरूर के बचाव में उतरे मंत्री किरेन रिजिजू   ||    Indian Passport में होने वाले हैं 5 बड़े बदलाव, 2030 तक केंद्रों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य   ||    Shri Amarnathji Yatra App: यात्रा के दौरान देगा पल-पल के अपडेट, रूट, खाना और होटल की एक क्लिक में मि...   ||    Covid Alert LIVE: देश में कोरोना से 7 की मौत, कितने एक्टिव केस, यूपी-बिहार में भी बढ़े मामले   ||    Fact Check: भाजपा की टोपी और स्कार्फ पहने ज्योति मल्होत्रा की AI जेनरेडेट तस्वीर वायरल, यहां जानें स...   ||    इतिहास में 29 मई: जानिए इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाएं   ||    Chandra Uday: 3 दिन तक अस्त रहने के बाद चंद्र हुए उदय, इन 3 राशियों के जीवन में फिर लौटेंगी खुशियां   ||    PBKS vs RCB: क्वालीफायर 1 में आरसीबी की संभावित Playing 11, 2 मैच विनर की वापसी तय   ||    PBKS vs RCB: क्वालीफायर 1 में बदल जाएगा आरसीबी का कप्तान? जानें पूरा मामला   ||    +++ 

म्यांमार में फिर आया भूकंप, देर रात दो बार हिली धरती, घर छोड़कर भागे लोग, जानिए कितनी रही तीव्रता?

Photo Source :

Posted On:Saturday, April 19, 2025

म्यांमार की धरती एक बार फिर भूकंप के झटकों से हिल गई। शुक्रवार रात म्यांमार के कई इलाकों में महसूस हुए भूकंप के झटकों से लोग घबराए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। यह घटना म्यांमार के लिए एक नई चेतावनी है, क्योंकि हाल ही में मार्च महीने में भी भूकंप के भारी झटके आए थे, जिससे हजारों लोगों की जानें गई थीं।

पहला भूकंप – 3.6 की तीव्रता

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मॉलॉजी (NCS) के अनुसार, म्यांमार में शुक्रवार रात दो भूकंप के झटके आए। पहला झटका 11 बजकर 4 मिनट, 6 सेकेंड पर आया। इस दौरान भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई। भूकंप का केंद्र अक्षांश: 19.29 उत्तर और देशांतर: 96.34 पूर्व पर स्थित था, और यह धरती से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। इस भूकंप के दौरान स्थानीय लोगों ने हलके झटके महसूस किए, लेकिन फिलहाल किसी तरह के बड़े नुकसान या हताहत की खबरें नहीं आई हैं।

दूसरे भूकंप का केंद्र 30 किलोमीटर गहराई पर

वहीं, दूसरा भूकंप उसी रात 11 बजकर 31 मिनट, 23 सेकेंड पर आया। NCS के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.7 आंकी गई। इसका केंद्र अक्षांश: 20.51 उत्तर और देशांतर: 96.12 पूर्व पर था, जो धरती से 30 किलोमीटर नीचे स्थित था। इस बार भूकंप के झटके पहले की तुलना में अधिक महसूस किए गए, और स्थानीय लोग डरकर अपने घरों से बाहर आ गए। हालांकि, इस भूकंप के बाद भी फिलहाल किसी प्रकार के बड़े नुकसान या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है।

मार्च में आए भूकंप ने मचाया था तांडव

म्यांमार में शुक्रवार को महसूस हुए भूकंप के झटके पिछले महीनों में आई भूकंप की घटना की याद दिलाते हैं। 28 मार्च 2025 को म्यांमार में एक भीषण भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई थी। इस भूकंप ने म्यांमार में भारी तबाही मचाई थी। भूकंप से म्यांमार के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था, और हजारों लोग मारे गए थे।

म्यांमार की सैन्य सरकार के अनुसार, मार्च में आए भूकंप में अब तक 2,056 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3,900 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, 270 लोग अब भी लापता हैं, जो कि मलबे में दबे हो सकते हैं। भूकंप के बाद दर्जनों इमारतें और घर ध्वस्त हो गए, और बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान हुआ। इस भूकंप ने म्यांमार की राजधानी नायपीडॉ समेत कई अन्य शहरों और गांवों को प्रभावित किया था।

भूकंप के बाद राहत कार्य और चुनौतियां

मार्च के भूकंप के बाद, राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए म्यांमार की सरकार और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने मिलकर काम किया। लेकिन म्यांमार में सैन्य शासन होने के कारण कई राहत कार्यों में दिक्कतें आईं। इसके बावजूद, संयुक्त राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस और अन्य राहत संगठनों ने प्रभावित क्षेत्रों में मदद भेजी और पीड़ितों के लिए चिकित्सा सहायता प्रदान की।

भूकंप से प्रभावित क्षेत्र और म्यांमार की भौगोलिक स्थिति

म्यांमार, जो दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित है, भूकंप की दृष्टि से एक संवेदनशील क्षेत्र है। यहाँ का भू-भाग हिमालयी पहाड़ों के समीप होने के कारण यह भूकंप के झटकों का सामना करता है। विशेष रूप से, सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से कमजोर क्षेत्रों में भूकंप के कारण नुकसान अधिक होता है। म्यांमार में आमतौर पर भूकंप की गतिविधि उन क्षेत्रों में अधिक देखी जाती है जो साइकालोनिक जोन में आते हैं।

भविष्य में और खतरे की आशंका

हालाँकि म्यांमार में शुक्रवार को आए भूकंप से अभी तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की भूकंपीय गतिविधियां भविष्य में भी जारी रह सकती हैं। खासकर, मार्च में आए बड़े भूकंप के बाद, भूकंपीय सक्रियता में और वृद्धि हो सकती है। इससे बचाव के उपायों और अधिकारियों की सतर्कता की आवश्यकता बढ़ गई है।

निष्कर्ष

म्यांमार में शुक्रवार रात आए भूकंप के झटके ने एक बार फिर इस देश की भूकंपीय संवेदनशीलता को उजागर किया। मार्च में आए भूकंप के बाद हुए विनाश के मद्देनजर, सरकार और राहत संगठनों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। आशा की जा रही है कि भविष्य में भूकंप के प्रकोप से बचाव के लिए और प्रभावी कदम उठाए जाएंगे ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।


अयोध्या और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ayodhyavocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.