भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने और पाकिस्तान की नापाक गतिविधियों को विश्व स्तर पर बेनकाब करने के लिए एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय पहल शुरू की है, जिसका नाम है ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच। इस पहल के तहत भारत ने 33 देशों की राजधानियों का दौरा करने के लिए 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं। इन प्रतिनिधिमंडलों में 51 सांसदों के अलावा कई वरिष्ठ राजनयिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और नौकरशाह शामिल हैं, जो आतंकवाद और पाकिस्तान के छिपे हुए समर्थन को दुनिया के सामने उजागर कर रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सक्रियता
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी, जिसमें पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। इस जवाबी कार्रवाई के बाद, भारत ने अपनी कूटनीतिक रणनीति को भी सक्रिय किया ताकि विश्व समुदाय को पाकिस्तान के आतंकवाद में शामिल होने के प्रमाण दिखाए जा सकें। इसी कड़ी में 7 अलग-अलग दलों में शामिल सांसद और अन्य प्रतिनिधि जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया सहित कई देशों का दौरा कर पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ भारत का पक्ष रख रहे हैं।
संजय झा के नेतृत्व में दक्षिण कोरिया यात्रा
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के सांसद संजय झा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया पहुंचा है। इस दल में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, सीपीआई(एम) के सांसद जॉन ब्रिटास, भाजपा की अपराजिता सारंगी, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया के साथ-साथ जापान, सिंगापुर, इंडोनेशिया और मलेशिया में भी कार्यक्रम कर रहा है।
संजय झा ने पाकिस्तान को आतंकी फैक्ट्री करार दिया
सियोल में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए संजय झा ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला और उसे “आतंकवाद की फैक्ट्री” बताया। उन्होंने कहा कि भारत का आतंकवाद के प्रति रुख अब ‘न्यू नॉर्मल’ हो चुका है, यानी “अगर आप हमें मारेंगे, तो हम आपको वापस मारेंगे।” झा ने ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ करते हुए बताया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जो सटीक कार्रवाई की, उसमें पाकिस्तान के नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया, जबकि आतंकवादी ढांचे को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। इसके बाद पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने उसे सफल नहीं होने दिया।
पूरे भारत की एकता का संदेश
संजय झा ने यह भी जोर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत के सभी राजनीतिक दल एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी सांसद इस लड़ाई में एकजुट हैं। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ऐसी आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन भारत अब इस हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने प्रवासी भारतीयों को विश्वास दिलाया कि भारत ने दुनिया के सामने यह संदेश पहुंचाने का फैसला किया है कि देश का हर क्षेत्र, हर दल आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। भारत अब जापान को पीछे छोड़कर विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और इसी ताकत के साथ वह आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच भारत की उस नई रणनीति का हिस्सा है, जिसमें सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ कूटनीतिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को उसकी नीतियों के लिए वैश्विक स्तर पर जवाबदेह ठहराया जा रहा है। संजय झा के नेतृत्व में यह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत संकल्प और एकजुटता का परिचायक है। इस पहल से भारत विश्व समुदाय को यह संदेश देना चाहता है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों के खिलाफ लड़ाई में भारत अकेला नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया भारत के साथ है।