मुंबई, 26 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सऊदी अरब, जहां इस्लामी शरिया कानूनों के चलते शराब पर लंबे समय से पूर्ण प्रतिबंध है, अब उसमें बदलाव की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार 2026 से एक नया लाइसेंसिंग सिस्टम लागू करने जा रही है जिसके तहत देश के करीब 600 पर्यटन स्थलों पर शराब की सीमित बिक्री की अनुमति दी जाएगी। यह फैसला 2030 में रियाद में होने वाले वर्ल्ड एक्सपो और 2034 फुटबॉल वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए लिया जा रहा है ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि को अधिक उदार और आधुनिक रूप में पेश किया जा सके। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में सऊदी अरब में पिछले कुछ वर्षों में कई बड़े सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव देखने को मिले हैं। महिलाओं को ड्राइविंग की आज़ादी देना, सिनेमाघरों का दोबारा खुलना और म्यूज़िक कॉन्सर्ट्स की अनुमति जैसे फैसलों के बाद अब शराब पर आंशिक छूट की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है। यह बदलाव भी उसी क्रम में देखा जा रहा है।
सऊदी अरब में शराब पर प्रतिबंध की मुख्य वजह वहां का इस्लामी कानून है और मक्का-मदीना जैसे इस्लाम के पवित्र शहरों की उपस्थिति भी इसकी गंभीरता को बढ़ा देती है। कुरान के अनुसार शराब को हराम माना गया है क्योंकि इसे सामाजिक और नैतिक पतन का कारण समझा जाता है। यहां शराब से जुड़े अपराधों पर कठोर सजा दी जाती है जिसमें कोड़े मारना, जुर्माना, जेल और विदेशी नागरिकों को निर्वासित करना शामिल है। हालांकि प्रस्तावित बदलाव के तहत शराब की बिक्री केवल लाइसेंस प्राप्त स्थानों जैसे पांच सितारा होटलों, लग्जरी रिसॉर्ट्स और कुछ विशेष विदेशी इलाकों तक सीमित रहेगी। सिर्फ हल्की शराब जैसे बीयर और वाइन की अनुमति होगी जबकि 20% से अधिक अल्कोहल वाली ड्रिंक्स अब भी प्रतिबंधित रहेंगी। सरकार का मानना है कि इससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और वह दुबई या बहरीन जैसे पर्यटन स्थलों से मुकाबला कर सकेगा जहां विदेशी पर्यटकों को ऐसी सुविधाएं मिलती हैं।
गौरतलब है कि 1952 में सऊदी अरब ने शराब पर बेहद सख्त कानून बनाए थे, जिन्हें अब 73 साल बाद शिथिल किया जा रहा है। इसके बावजूद आम नागरिकों के लिए शराब अब भी निषिद्ध रहेगी और इसे न तो घर में रखा जा सकेगा और न ही सार्वजनिक रूप से सेवन किया जा सकेगा। यह छूट केवल विदेशी पर्यटकों और कुछ विशेष स्थानों तक सीमित रहेगी। 2024 में रियाद के डिप्लोमैटिक ज़ोन में शराब की एक दुकान विदेशी गैर-मुस्लिम राजनयिकों के लिए खोली गई थी। यहां सुरक्षा के कड़े नियम लागू हैं और शराब खरीदने के लिए एक मोबाइल ऐप के ज़रिए मात्रा सीमित की गई है। इस दुकान में ग्राहक अपने मोबाइल फोन तक नहीं ले जा सकते। सरकार का कहना है कि वह सऊदी संस्कृति और परंपराओं को बरकरार रखते हुए दुनिया का स्वागत करने के लिए तैयार है और उसकी यह कोशिश है कि देश को प्रगतिशील और खुली सोच वाला राष्ट्र माना जाए। आगामी वर्ल्ड एक्सपो 2030, जिसे रियाद में आयोजित किया जाएगा, इस दिशा में सऊदी अरब के लिए एक बड़ा वैश्विक मंच साबित होगा। इसमें दुनिया भर के देश अपनी संस्कृति, तकनीक और विचार साझा करेंगे, और सऊदी अरब इसे एक अवसर के रूप में देख रहा है अपने बदलते स्वरूप को दर्शाने का।