आज के डिजिटल दौर में सोशल मीडिया सिर्फ एक संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि सूचना का सबसे तेज़ जरिया बन गया है। लेकिन इसी गति का फायदा उठाकर कुछ लोग गलत सूचनाएं और फेक न्यूज फैलाने का काम करते हैं। ये झूठी खबरें न सिर्फ समाज में भ्रम और वैमनस्य फैलाती हैं, बल्कि कभी-कभी राष्ट्र की सुरक्षा और सामाजिक सद्भाव को भी खतरे में डाल देती हैं।
इन्हीं फर्जी खबरों की हकीकत जानने और लोगों को सतर्क करने के उद्देश्य से ओर से एक विशेष फैक्ट चेक रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसमें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक हालिया तस्वीर की सच्चाई का खुलासा किया गया है।
क्या है वायरल हो रही पोस्ट का दावा?
इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ऐसी महिला से मुलाकात की, जो कथित तौर पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा है। वायरल पोस्ट में एक तस्वीर के साथ कैप्शन दिया गया:
"ज्योति मल्होत्रा के साथ राहुल गांधी। यह तस्वीर ऑपरेशन सिंदूर पर राहुल गांधी और कांग्रेस की बेचैनी के बारे में बहुत कुछ कहती है?"
एक अन्य यूजर ने लिखा:
"मुझे समझ नहीं आता कि राहुल गांधी उर्फ पप्पू की तस्वीर हर देशद्रोही या देशद्रोह के आरोपी के साथ कैसे मिल जाती है! ये रिश्ता क्या कहलाता है?"
इन पोस्ट्स को हजारों लाइक, शेयर और कमेंट्स मिल चुके हैं, जिससे यह एक वायरल मुद्दा बन गया है।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
जैसे ही यह पोस्ट वायरल हुई, इसकी सच्चाई जानने का फैसला किया। सबसे पहले टीम ने वायरल तस्वीर की रिवर्स इमेज सर्च की। इस प्रक्रिया में एक रिपोर्ट सामने आई, जो 7 मई 2018 को India Today द्वारा प्रकाशित की गई थी। इस रिपोर्ट में वायरल हो रही जैसी ही एक तस्वीर मौजूद थी।
नजदीकी जांच में यह स्पष्ट हुआ कि तस्वीर में राहुल गांधी के साथ दिख रही महिला कोई और नहीं बल्कि तत्कालीन कांग्रेस नेता अदिति सिंह थीं। लेकिन सोशल मीडिया पर तस्वीर को डिजिटल तरीके से मॉडिफाई किया गया था — अदिति सिंह का चेहरा बदलकर उसमें ज्योति मल्होत्रा का चेहरा लगाया गया था।
यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और फोटोशॉप जैसे टूल्स का दुरुपयोग कर लोगों को भ्रमित करने का एक स्पष्ट मामला है।
दूसरी तस्वीर की भी हुई पड़ताल
वायरल पोस्ट में एक दूसरी तस्वीर का भी इस्तेमाल किया गया था, जिसके लिए Google Lens का उपयोग किया गया। इस जांच में सामने आया कि यह तस्वीर राहुल गांधी ने खुद 18 सितंबर 2022 को अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर साझा की थी।
वह तस्वीर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ली गई थी, जिसमें राहुल गांधी एक महिला समर्थक के साथ खड़े नजर आ रहे थे। लेकिन इस तस्वीर में भी महिला का चेहरा बदलकर उसमें ज्योति मल्होत्रा का चेहरा लगाया गया था। यानी यह दूसरी तस्वीर भी पूरी तरह एडिटेड थी और फर्जी दावे के साथ प्रसारित की जा रही थी।