अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के तारुन क्षेत्र में हुए कमल सिंह हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने महज 48 घंटे में सुलझा ली है। कमल की हत्या उसी के परिचितों ने मिलकर की थी। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है। पकड़े गए युवकों में पूराकलंदर के नरियावां का लाखन उर्फ अतुल सिंह और महराजगंज के मोहर्रमपुर अरती का विकास सिंह शामिल है। पुलिस रिकॉर्ड में लाखन पर 13 और विकास पर 11 केस दर्ज हैं। विकास, इलाके के कुख्यात मुन्ना सिंह का भाई है।
नशे में हुआ झगड़ा, फिर कर दी बेरहमी से हत्या
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 19 मई की रात गयासपुर गांव में कमल सिंह की ईंट-डंडे से पीटकर हत्या कर दी गई थी। जांच में पता चला कि कमल ने शराब के ठेके से शराब खरीदी थी, और वहीं पर विकास और लाखन से उसकी कहासुनी हो गई थी। दोनों से पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पिकअप लूट मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार
एसएसपी ने इसी दौरान कैंट के जलालाबाद में दो मई को हुई पिकअप लूट का भी पर्दाफाश किया। बाराबंकी निवासी जमील की पिकअप को लुटेरों ने चालाकी से झांसा देकर चुरा लिया था। दो युवक पिकअप चालक को प्लाई बोर्ड लाने के बहाने फैक्ट्री तक ले गए, फिर चाय में नशा मिलाकर उसे बेहोश कर दिया और वाहन लेकर फरार हो गए।
वारदात में शामिल तीनों आरोपी पकड़े गए
कैंट थाना पुलिस ने सात मई को केस दर्ज होने के बाद छानबीन शुरू की और तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर पिकअप बरामद कर ली। ये आरोपी हैं — वाराणसी के मिर्जामुराद निवासी दयाशंकर भारती, सुलतानपुर के जयसिंहपुर सवई निवासी संदीप और परसा का लक्ष्मण यादव। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और आगे की जांच जारी है।