अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या जिले के बीकापुर कोतवाली के नुवावा बेदरा गांव में ज़मीन के विवाद ने एक महिला की जान ले ली। शनिवार शाम राघव राम यादव अपनी पत्नी जयकला (55) के साथ खेत में धान की नर्सरी तैयार कर रहे थे, तभी गांव के दबंग जितेंद्र निषाद, सुरेश निषाद और उनके दो साथी वहां पहुंचे और विवाद शुरू कर दिया। पहले गाली-गलौज हुई और जब दंपती ने विरोध किया, तो चारों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
इस हिंसक हमले में राघव राम और जयकला गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल ले गए, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। राघव राम का कंधा फ्रैक्चर पाया गया जबकि जयकला की हालत ज्यादा नाजुक थी, इसलिए उन्हें दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज भेजा गया। हालत में सुधार न होने पर उन्हें लखनऊ रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में बाराबंकी के पास ही रात करीब 11 बजे उनकी मौत हो गई।
परिवार वालों का आरोप है कि राघव राम ने इससे पहले भी पुलिस से मारपीट की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब जब मामला जानलेवा साबित हुआ तो चौकी प्रभारी चौरे बाजार और बीकापुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रामचंद्र सरोज मौके पर पहुंचे, शव का पंचायतनामा भरवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। तहरीर के आधार पर जितेंद्र, सुरेश और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
मृतका के बेटे महेश यादव ने बताया कि गांव के दीपक उर्फ जेठू दीपू से उन्होंने 30 एयर ज़मीन दो साल 11 महीने के रजिस्टर्ड एग्रीमेंट पर ली थी, लेकिन नौवें महीने में ही जमीन को रामजग को दान कर दिया गया। बाद में रामजग ने वही ज़मीन जितेंद्र निषाद को बैनामा कर दी। जबकि मामला दीवानी न्यायालय में लंबित है और एग्रीमेंट अभी समाप्त नहीं हुआ है। जब परिवार ने कब्जा रोकने की कोशिश की, तो आरोपियों ने मारपीट कर दी।