अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के राम मंदिर परिसर में खुदाई के दौरान एक बार फिर इतिहास से जुड़ी अनमोल धरोहर सामने आई है। कुबेर टीला मार्ग के निर्माण के समय जमीन के भीतर से एक प्राचीन अवशेष निकला है, जिसमें दो शेरों पर सवार एक देवी की आकृति दिखाई दे रही है। यह मूर्ति हजारों साल पुरानी मानी जा रही है और इसकी बनावट इसे ऐतिहासिक रूप से बेहद अहम बनाती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह अवशेष मंदिर परिसर के भीतर उस जगह पर मिला है जहां निर्माण कार्य चल रहा था। देवी की यह मूर्ति और अन्य कलाकृतियां प्राचीन सभ्यता और धार्मिक कला का बेहतरीन उदाहरण मानी जा रही हैं। ट्रस्ट ने इसे तुरंत संरक्षित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि इन्हें सुरक्षित रखा जा सके और भविष्य में दर्शन के लिए प्रस्तुत किया जा सके।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले वर्ष 2023 में भी राम मंदिर के निर्माण के दौरान जमीन के नीचे से कई प्राचीन स्तंभ, मूर्तियां और शिलाएं निकली थीं। उन अवशेषों में भी देवी-देवताओं की कलात्मक छवियां थीं, जिन्हें देखने के बाद इतिहासकारों ने उन्हें बेहद महत्वपूर्ण बताया था।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इस बार भी खुद सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की और खुदाई में मिले नए अवशेषों की तस्वीरें पोस्ट कीं। ट्रस्ट की योजना है कि इन ऐतिहासिक धरोहरों को राम मंदिर परिसर में उचित स्थान पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा जाए, जिससे लोग न केवल भगवान राम की भक्ति में लीन हो सकें, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को भी करीब से देख सकें।