अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद देश में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी धार्मिक पर्यटन को एक नई दिशा मिली है। इसी कड़ी में श्रीलंका टूरिज्म प्रमोशन ब्यूरो और श्रीलंका कन्वेंशन ब्यूरो ने लखनऊ के गोमतीनगर स्थित एक प्रतिष्ठित होटल में बीटूबी नेटवर्किंग रोड शो का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मकसद उत्तर भारत में पर्यटन की संभावनाओं को टटोलना और भारत-श्रीलंका के बीच पर्यटन संबंधों को और मजबूत करना था।
इस आयोजन के दौरान श्रीलंका टूरिज्म की सहायक निदेशक शिरानी हेरथ ने बताया कि जनवरी से मई 2025 के बीच श्रीलंका में 10 लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंचे, जिनमें 2 लाख से अधिक भारतीय थे। इनमें से उत्तर प्रदेश से आए पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है, जो राम मंदिर निर्माण के बाद लगातार बढ़ रही है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के नए आयाम खोल रहा है।
टीएएआई की उत्तर प्रदेश अध्यक्ष हीना जैदी ने जानकारी दी कि हर साल यूपी से करीब 10,000 से ज्यादा लोग श्रीलंका की यात्रा पर जाते हैं। श्रीराम से जुड़े स्थलों और बुद्ध सर्किट की वजह से यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। ट्रैवल ऑपरेटरों के अनुसार अयोध्या आने वाले विदेशी पर्यटक अब श्रीलंका को भी अपनी यात्रा का हिस्सा बना रहे हैं, जिससे दोनों देशों के धार्मिक स्थलों को बढ़ावा मिल रहा है।
कार्यक्रम में श्रीलंका के पर्यटन मंत्री विजीथा हेराथ और उप मंत्री प्रो. रुवान रणसिंघे समेत 35 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस बीटूबी इवेंट में उत्तर भारत के 200 से ज्यादा ट्रैवल एजेंट्स व टूर ऑपरेटरों की भागीदारी रही। कार्यक्रम के समापन पर श्रीलंका के पारंपरिक सबरगमों नृत्य की प्रस्तुति ने सभी को सम्मोहित कर दिया।