अयोध्या न्यूज डेस्क: रामनगरी अयोध्या में जमीन अधिग्रहण को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद आवासीय समस्याओं का बहाना बनाकर किसानों और भूस्वामियों की बहुमूल्य जमीन जबरन हड़प रही है। उन्होंने कहा कि ग्राम शाहनवाजपुर मांझा, शाहनवाजपुर उपरहार, कुढ़ाकेशवपुर मांझा और कुढ़ाकेशवपुर उपरहार में आम जनता की जमीनें कौड़ियों के भाव ली जा रही हैं और फिर महंगे दामों में बेची जा रही हैं।
आलोक शर्मा ने आवास विकास परिषद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह संगठन भू माफिया की तरह काम कर रहा है। परिषद की कार्रवाई से किसान और स्थानीय निवासी परेशान हैं और विरोध कर रहे हैं। उन्होंने इसे अवैधानिक और असंवैधानिक बताते हुए कहा कि यह योजना स्थानीय निवासियों के अस्तित्व को मिटाने की कोशिश है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 के तहत किसी भी जमीन अधिग्रहण के लिए पारदर्शी प्रक्रिया जरूरी है। लेकिन आवास विकास परिषद ने इन नियमों का पालन नहीं किया और कानून की अनदेखी करते हुए मनमाने ढंग से जमीनें हड़प रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या धाम के सप्तसागर क्षेत्र में मनीषा गुप्ता के घर को गिराने की घटना ने विकास प्राधिकरण की तानाशाही और मनमानी को उजागर कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने इसे असंवैधानिक कार्रवाई करार दिया और इसे जनविरोधी नीति का हिस्सा बताया।
आलोक शर्मा ने स्थानीय निवासियों की समस्याओं को उजागर करते हुए मीडिया से अपील की कि इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाए। उन्होंने सरकार से मांग की कि अवैध जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को तुरंत रोका जाए और प्रभावित लोगों को न्याय दिलाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।