अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के रौजागांव स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IIMS), जो राष्ट्रीय राजमार्ग NH-27 पर स्थित है, क्षेत्र में चिकित्सा शिक्षा का एक उभरता हुआ केंद्र बन गया है। ANM और GNM कोर्स कर रहे विद्यार्थियों ने संस्थान में मिलने वाली सुविधाओं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बारे में अपनी सकारात्मक राय साझा की। उनका कहना है कि संस्थान क्षेत्र के युवाओं को मेडिकल सेक्टर में बेहतर भविष्य गढ़ने का मौका दे रहा है। संस्थान का संचालन एमडी धर्मेंद्र गुप्ता और प्रेसीडेंट अनामिका गुप्ता के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिनकी देखरेख में शिक्षा की उच्च मानक बनाए रखे जा रहे हैं।
छात्रों का मानना है कि IIMS में पढ़ाई की सबसे विशेष बात उसका प्रैक्टिकल-आधारित शिक्षण मॉडल है। यहां आधुनिक लैब, अनुभवी फैकल्टी और अस्पताल में लगातार मिलने वाला क्लीनिकल एक्सपोजर विद्यार्थियों को वास्तविक परिस्थितियों में काम करना सिखाता है। इससे उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं के कार्यप्रणाली की गहरी समझ विकसित करने में मदद मिलती है, जो नर्सिंग क्षेत्र में एक मजबूत आधार तैयार करता है।
संस्थान प्रबंधन का कहना है कि IIMS का उद्देश्य सिर्फ सैद्धांतिक शिक्षा देना नहीं है, बल्कि युवाओं को रोजगारोन्मुखी कौशल प्रदान करते हुए उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान देने योग्य बनाना है। छात्रों को नियमित इंटर्नशिप, प्रशिक्षण कार्यक्रम, करियर काउंसलिंग और विभिन्न मेडिकल क्षेत्रों में अवसरों की जानकारी प्रदान की जाती है, जिससे उनका आत्मविश्वास और पेशेवर क्षमता दोनों बढ़ती हैं।
इन सभी प्रयासों का परिणाम यह है कि IIMS रौजागांव आज अयोध्या और आसपास के इलाकों के छात्रों के लिए चिकित्सा और नर्सिंग शिक्षा का भरोसेमंद केंद्र बन चुका है। संस्थान के बढ़ते प्रभाव से क्षेत्र के युवाओं में स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर रुचि और अवसर दोनों में लगातार वृद्धि हो रही है।