अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के प्राचीन जगन्नाथ मंदिर में वर्षों से चली आ रही परंपरा के तहत भगवान जगन्नाथ की बीमारी के बाद अब उनके स्वास्थ्य में सुधार आ गया है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, आषाढ़ मास की प्रतिपदा को भगवान का स्वास्थ्य ठीक माना जाता है और इस दिन उनका विशेष औषधीय जल से अभिषेक किया जाता है।
पिछले 21 दिनों से भगवान जगन्नाथ बीमार अवस्था में माने जा रहे थे, जिसके चलते मंदिर के पट बंद कर दिए गए थे। इन दिनों में भगवान को केवल सरयू जल, तुलसी दल और कुश से बनी औषधि का ही भोग चढ़ाया गया। बाद में तीन दिन तक काढ़ा और अब अंत में खिचड़ी का भोग अर्पित किया गया है।
अब जब भगवान स्वस्थ हो चुके हैं, तो कल यानी आषाढ़ की द्वितीया को भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे। यह शोभायात्रा अयोध्या में विभिन्न स्थानों से होते हुए निकाली जाएगी, जहां श्रद्धालु जगह-जगह उनका स्वागत करेंगे।
इस खास मौके पर न्यूज़18 और लोकल18 के माध्यम से भक्त भगवान जगन्नाथ के अभिषेक और उनकी नाभि में विराजमान कलयुग के देवता नारायण के दुर्लभ दर्शन घर बैठे कर सकेंगे। सदियों पुरानी यह परंपरा आज भी उसी श्रद्धा और भक्ति के साथ निभाई जा रही है।