अयोध्या न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रभु राम के मंदिर में विराजमान होने के बाद नए साल के पहले दिन श्रद्धालुओं का भारी जमावड़ा देखने को मिला। प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला मौका था जब राम मंदिर में नए साल का उत्सव मनाया गया। सुबह 6:30 बजे राम भक्तों के लिए प्रभु राम का दरबार खोल दिया गया, और इसके बाद ठंडी हवाओं और ठिठुरन के बावजूद श्रद्धालु लगभग 2 किलोमीटर लंबी लाइन में लगकर दर्शन करने पहुंचे।
बताया जा रहा है कि नए साल के पहले दिन करीब 10 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे। इनमें से 2 लाख 12 हजार श्रद्धालुओं ने राम मंदिर में दर्शन और पूजा की, जबकि 2 लाख 50 हजार श्रद्धालु सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में भी पहुंचे। इसके बाद श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में स्नान किया और फिर 2-3 किलोमीटर तक लाइन में लगकर भगवान का आशीर्वाद लिया। यह दृश्य प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहली बार देखा गया, जब पूरा शहर श्रद्धालुओं से भरा हुआ था।
पिछले साल के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रामनगरी पहुंचे और उन्होंने राम मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, नागेश्वर नाथ मंदिर और अन्य मठ मंदिरों में दर्शन किए। प्रशासन ने इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखी थी। श्रद्धालुओं को हाइवे पर ही अपने वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था दी गई थी, ताकि वे पैदल चलकर सरयू घाट और मंदिरों तक पहुंच सकें।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा के सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए पहले से ही पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। एसपी सुरक्षा ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि दर्शन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और इमरजेंसी के लिए कर्मियों की तैनाती की गई थी। इसके अलावा, एटीएस, एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के माध्यम से भी सुरक्षा को सुनिश्चित किया गया था। अधिकारी पूरी घटना स्थल पर निरंतर भ्रमण कर रहे थे और सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा रही थी।
इस भव्य धार्मिक आयोजन ने अयोध्या की वास्तविक सुंदरता और धार्मिक महत्त्व को उजागर किया, जबकि प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के बेहतरीन प्रबंध ने इस आयोजन को बिना किसी समस्या के सुचारु रूप से संपन्न करने में मदद की।