अयोध्या न्यूज डेस्क: आगरा नगर निगम द्वारा अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर कबाड़ से तैयार करवाया गया भव्य मंदिर मॉडल अब खुद कबाड़ में तब्दील हो चुका है। 9 लाख रुपये की लागत और 25 कारीगरों की मेहनत से एक महीने में बना यह मंदिर नगर निगम परिसर में ही उपेक्षा का शिकार बन गया है। 30 फीट ऊंचे और 40 फीट लंबे इस मॉडल को कभी शहर की शान बनाने की योजना थी, लेकिन अब यह कबाड़ के ढेर में सिसक रहा है।
इस मंदिर को जाने-माने आर्टिस्ट फिरोज खान ने डेढ़ साल पहले तैयार किया था। योजना थी कि आगरा के किसी प्रमुख स्थल पर इसे लगाया जाए ताकि जो लोग अयोध्या नहीं जा सकते, वे इस मॉडल को देखकर राम मंदिर का अनुभव ले सकें। मंदिर के भीतर जाकर लोग सेल्फी भी ले सकें और रात में इसे रोशनी से सजाया जाए। लेकिन अफसरशाही की सुस्ती के कारण यह योजना फाइलों में ही रह गई।
अब हालत यह है कि नगर निगम के कबाड़खाने में यह मंदिर उस सामान के बीच पड़ा है जो अतिक्रमण अभियान में जब्त किया गया था। मंदिर के चारों ओर बेकार होर्डिंग्स और टूटी सामग्री का ढेर लगा है। रंग-बिरंगी लाइटों से चमकने वाला यह मॉडल अब धूल और जंग की परतों से ढका है।
यह न सिर्फ नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि सांस्कृतिक महत्व के प्रतीकों के प्रति प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर करता है। लाखों रुपये खर्च कर बनाई गई कला अब जंग खा रही है। सवाल उठता है कि अगर इसे सही समय पर जगह मिल गई होती, तो आगरा के लिए यह एक पर्यटक आकर्षण भी बन सकता था।