अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के 1792 परिषदीय विद्यालयों में से 750 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की शुरुआत हो चुकी है, जिससे बच्चों को डिजिटल तरीके से पढ़ाई का मौका मिल रहा है। लेकिन दिक्कत यह है कि 100 से ज्यादा स्कूलों में वाई-फाई, तकनीकी स्टाफ और बिजली की कमी के कारण यह सुविधा सही तरीके से नहीं चल पा रही। बेसिक शिक्षा विभाग की यह योजना बच्चों को नई तकनीक से जोड़ने के लिए शुरू की गई थी, मगर अब वहीं तकनीकी चुनौतियाँ बच्चों की पढ़ाई में बाधा बन रही हैं।
जिले के प्राथमिक विद्यालयों में ICT लैब बनाई गई थीं, जिनमें कंप्यूटर, प्रोजेक्टर और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। कुछ समय तक बच्चे इन स्मार्ट क्लास में पढ़ाई भी कर रहे थे, लेकिन अब कई जगहों पर इंटरनेट न चलने या बिजली कटने की वजह से क्लास बीच-बीच में रुक जाती है। इससे बच्चे और शिक्षक दोनों परेशान हैं, क्योंकि उनकी पढ़ाई पर सीधा असर पड़ रहा है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या लालचंद का कहना है कि अभी जिन स्कूलों में समस्या है, वहां शिक्षक अपने टैबलेट के इंटरनेट से क्लास चलाने की कोशिश कर रहे हैं। कहीं सर्वर दिक्कत दे रहा है तो कहीं बिजली की कमी सबसे बड़ी मुश्किल बन गई है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट क्लास रोजाना चलाना अनिवार्य किया गया है, लेकिन तकनीकी बाधाओं की वजह से यह लगातार संभव नहीं हो पा रहा।
उन्होंने कहा कि इस समस्या को दूर करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से बात की जाएगी। अगर स्कूलों में इन्वर्टर और बैटरी लगा दी जाएँ, तो बच्चे बिना रुकावट पढ़ाई कर सकेंगे। साथ ही यह जानकारी भी दी गई कि 350 और परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास लगाने का काम तेजी से चल रहा है और इसे जल्द ही पूरा किया जाएगा।