अयोध्या न्यूज डेस्क: हैदरगंज के पाली पूरब गांव के मजरे जगदीशपुर में भेड़ियों का आतंक अभी भी बना हुआ है, उस हिंसक जानवर को फिर से नहीं देखा गया है। दंपती पर हमले की घटना के 36 घंटे बाद बीकापुर वन क्षेत्र के दारोगा अशोक यादव गांव पहुंचे और हिंसक जानवर के पैर के चिह्नों की तलाश की, लेकिन समय बीत चुका था और उन्हें कोई पैर का चिह्न नहीं मिला। ग्रामीणों में अभी भी डर का माहौल है और वे इस हिंसक जानवर के फिर से हमला करने की संभावना से डरे हुए हैं।
दारोगा अशोक यादव ने बताया कि संजय नामक व्यक्ति के हाथ पर पंजे के निशान पाए गए, लेकिन उससे बातचीत के दौरान यह स्पष्ट नहीं हो सका कि हमला करने वाला जानवर वास्तव में भेड़िया था या नहीं। उन्होंने कहा कि अब तक की जांच में भेड़िये की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हो सकी है, इसलिए ग्रामीणों को सावधानी बरतने और सतर्क रहने के लिए कहा गया है। जांच अभी जारी है और अधिकारी इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं।
दारोगा अशोक यादव ने ग्रामीणों को सुरक्षा के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि:
- बच्चों और पशुओं की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान रखें।
- रात में समूह में ही गांव में निकलें और आएं।
- स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें।
- गांव के आसपास के जंगल, झाड़ियों और गन्ने के खेतों में कांबिंग के लिए विशेष टीम गठित करें।
इन निर्देशों का पालन करके ग्रामीण अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। साथ ही, अधिकारी भी इस मामले में सावधानी बरत रहे हैं और आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं।