अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के भव्य राम मंदिर में मंगलवार से तीन दिन तक चलने वाला विशेष अनुष्ठान शुरू हो गया है। सुबह साढ़े छह बजे से वैदिक आचार्यों ने वेदी पूजन, नवग्रह पूजन, सप्त मात्रिका और योगिनी पूजन जैसे कई धार्मिक कर्मकांडों की शुरुआत की। यज्ञकुंड में अग्नि स्थापना के साथ पंच वारुणी हवन और मूर्तियों के संस्कार की विधि भी आरंभ हो गई। इस पावन अवसर पर मंदिर परिसर में माहौल पूरी तरह धार्मिक रंग में रंग गया।
तीन दिन चलने वाले इस अनुष्ठान के साथ तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र में भी सुंदरकांड, हनुमान चालीसा और राम संकीर्तन का अनवरत पाठ हो रहा है। इस भव्य प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इससे पहले सोमवार को यजमानों का प्रायश्चित संस्कार, जिसमें दशविधि स्नान, पंचगव्य प्राशन और गोदान जैसे कर्म हुए, राम मंदिर परिसर में ही सम्पन्न कराया गया।
मुख्य आचार्य पंडित जयप्रकाश त्रिपाठी और दिल्ली के चंद्रभानु शर्मा समेत कई वैदिक विद्वानों ने मंत्रोच्चार के साथ पूजन कराया। इसके बाद कलश यात्रा का आयोजन हुआ, जो श्रीराम जन्मभूमि परिसर पहुंचकर यज्ञमंडप में संपन्न हुई। यजमानों ने वहां गौरी-गणेश पूजन और हवन के साथ मंडप प्रवेश व पंचांग पूजन की प्रक्रिया पूरी की। राम मंदिर परिसर इस आयोजन के लिए भव्य रूप से सजाया गया है।
पांच जून को राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार और अन्य विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह समारोह अयोध्या और काशी के 101 आचार्यों की मौजूदगी में अभिजित मुहूर्त में सम्पन्न होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह 11 बजे हेलीपैड पर उतरने के बाद हनुमानगढ़ी दर्शन करके राम मंदिर पहुंचेंगे। वे डेढ़ घंटे तक मंदिर परिसर में रहेंगे और आरती के बाद अन्य कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिसमें वृक्षारोपण, रामकथा पार्क में सभा और सरयू आरती शामिल हैं। प्रशासन इन सभी आयोजनों की तैयारी में जुटा है।